पंजाब, 25 जून 2025: पंजाब में ड्रग्स के खिलाफ आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के ‘युद्ध’ को आज एक बड़ी सफलता मिली जब शिरोमणि अकाली दल (SAD) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को ड्रग्स से जुड़े एक पुराने मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। पंजाब पुलिस के विजिलेंस ब्यूरो ने बुधवार सुबह उनके अमृतसर स्थित आवास पर नाटकीय ढंग से छापेमारी की और घंटों की पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत में ले लिया। इस गिरफ्तारी को पंजाब की राजनीति और खासकर नशा विरोधी अभियान के लिए एक मील का पत्थर माना जा रहा है।
क्या है पूरा मामला?
बिक्रम सिंह मजीठिया पर 2021 से एनडीपीएस (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) एक्ट के तहत मामला दर्ज है। यह मामला एक विशेष जांच टीम (SIT) द्वारा की गई जांच के बाद दर्ज किया गया था। विजिलेंस ब्यूरो के सूत्रों के अनुसार, शुरुआती जांच में 540 करोड़ रुपये से अधिक की ड्रग मनी के अवैध लेन-देन का खुलासा हुआ है। इसमें मजीठिया से जुड़ी कंपनियों के बैंक खातों में जमा 161 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी भी शामिल है। आरोप है कि मजीठिया के अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करों के साथ संबंध रहे हैं और उन्होंने अपनी राजनीतिक पहुंच का इस्तेमाल कर इस अवैध धंधे को बढ़ावा दिया।
विजिलेंस की बड़ी छापेमारी
विजिलेंस ब्यूरो ने पंजाब पुलिस के साथ मिलकर बुधवार सुबह राज्यभर में कुल 25 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इनमें अमृतसर में मजीठिया के आवास सहित नौ स्थान शामिल थे। छापेमारी के दौरान मजीठिया की पत्नी और विधायक गुनीव कौर मजीठिया भी घर पर मौजूद थीं। रिपोर्टों के अनुसार, विजिलेंस टीम ने उनके घर से 29 मोबाइल फोन, 4 लैपटॉप, 2 आईपैड, 8 डायरियां और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं, जो जांच में अहम सुराग दे सकते हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और आरोप-प्रत्यारोप
मजीठिया की गिरफ्तारी ने पंजाब की राजनीति में भूचाल ला दिया है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस कार्रवाई पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि “संदेश साफ है कि कोई कितना भी बड़ा नेता हो उसे बख्शा नहीं जाएगा। जो मंत्री रहते हुए अपनी गाड़ियों में इंटरनेशनल ड्रग्स डीलर्स को बैठा कर घूमते थे, उन पर कार्रवाई हो रही है।”

वहीं, बिक्रम मजीठिया और उनकी पत्नी ने विजिलेंस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि विजिलेंस टीम बिना किसी सूचना के उनके घर में जबरन घुस गई, जो तरीका गलत है। मजीठिया ने गिरफ्तारी के बाद एक्स (पहले ट्विटर) पर एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह “गुरु साहिब के बेटे हैं और पंजाब के मुद्दों को आगे बढ़ाते रहेंगे।” उन्होंने AAP सरकार पर विपक्षी नेताओं की आवाज़ दबाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाने का आरोप लगाया।
आगे क्या?
बिक्रम मजीठिया को मोहाली ले जाया गया है, क्योंकि दिसंबर 2021 में उनके खिलाफ मोहाली में ही 49 पन्नों की एफआईआर दर्ज की गई थी। उन्हें अब अदालत में पेश किया जाएगा, जहां से उन्हें रिमांड पर लिया जा सकता है ताकि इस मामले की और गहराई से जांच की जा सके। यह गिरफ्तारी पंजाब में नशे के खिलाफ एक निर्णायक लड़ाई की शुरुआत मानी जा रही है, जहां सालों से ड्रग्स एक गंभीर समस्या बनी हुई है। देखना यह होगा कि यह कार्रवाई और कितने बड़े नामों तक पहुंचती है और क्या पंजाब को इस नशे के जाल से पूरी तरह मुक्त किया जा सकेगा।