भारतीय सिनेमा और राजनीति के एक दिग्गज सितारे, कोटा श्रीनिवास राव के निधन से देश भर में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अनुभवी अभिनेता और पूर्व विधायक के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है, उनकी सिनेमाई और सामाजिक दोनों तरह के योगदानों की हृदय से सराहना की है। कोटा श्रीनिवास राव का जाना तेलुगु सिनेमा के लिए एक अपूरणीय क्षति है, जिन्होंने अपने बहुमुखी अभिनय से दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई थी।
प्रधानमंत्री मोदी की श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर कोटा श्रीनिवास राव को श्रद्धांजलि देते हुए कहा: “कोटा श्रीनिवास राव गारू के निधन से दुख हुआ। वह एक महान अभिनेता थे, जिन्होंने अपने बहुमुखी अभिनय से सिनेमा की दुनिया में एक अमिट छाप छोड़ी। उन्हें उनके सामाजिक योगदानों के लिए भी याद किया जाएगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। ओम शांति।”
प्रधानमंत्री का यह संदेश कोटा श्रीनिवास राव के व्यापक प्रभाव को दर्शाता है, जो केवल एक अभिनेता तक सीमित नहीं था, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति का था जिसने समाज में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
एक शानदार अभिनय यात्रा
कोटा श्रीनिवास राव का जन्म 10 जुलाई 1944 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में हुआ था। उन्होंने 1978 में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की और चार दशकों से अधिक के अपने करियर में 750 से अधिक फिल्मों में काम किया। उन्हें मुख्य रूप से तेलुगु सिनेमा में उनके नकारात्मक और चरित्र भूमिकाओं के लिए जाना जाता था। उनके दमदार संवाद और अद्वितीय स्क्रीन उपस्थिति ने उन्हें एक अलग पहचान दिलाई।
उन्होंने विभिन्न भाषाओं में काम किया, जिनमें तेलुगु, तमिल, हिंदी, कन्नड़ और मलयालम शामिल हैं। उनके कुछ यादगार प्रदर्शनों में “गणेश”, “चिंतकया रवि”, “आदि”, “पोकिरी”, और “दुबई सीनू” जैसी फिल्में शामिल हैं। उन्हें अपने अभिनय के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कार मिले, जिनमें 9 नंदी पुरस्कार (आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा), 2 फिल्मफेयर पुरस्कार दक्षिण और एक आईफा पुरस्कार शामिल है। 2012 में, उन्हें भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया था, जो भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
राजनीति में भी योगदान
अभिनय के अलावा, कोटा श्रीनिवास राव ने राजनीति में भी सक्रिय रूप से योगदान दिया। वह आंध्र प्रदेश में पूर्व विधायक भी रहे, जिससे पता चलता है कि उनका प्रभाव केवल फिल्मों तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने अपने समुदाय और राज्य की सेवा करने का भी प्रयास किया।
एक प्रेरणादायक विरासत
कोटा श्रीनिवास राव का निधन भारतीय सिनेमा के एक स्वर्णिम अध्याय का अंत है। उन्होंने न केवल अपने अभिनय से लाखों लोगों का मनोरंजन किया, बल्कि अपनी कड़ी मेहनत, समर्पण और बहुमुखी प्रतिभा से कई युवा कलाकारों को भी प्रेरित किया। उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा बनी रहेगी।
हम इस दुख की घड़ी में उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। कोटा श्रीनिवास राव गारू, आपकी कला और समाज के प्रति आपके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।