भारतीय एफएमसीजी (FMCG) दिग्गज हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) में एक बड़ा और ऐतिहासिक बदलाव हुआ है। कंपनी ने प्रिया नायर को अपना नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और प्रबंध निदेशक (MD) नियुक्त किया है। यह घोषणा बाजार में आते ही HUL के शेयरों में लगभग 5% का जबरदस्त उछाल देखा गया, जो निवेशकों के इस नए नेतृत्व में विश्वास को दर्शाता है। प्रिया नायर 1 अगस्त, 2025 से अपना कार्यभार संभालेंगी।
एक ऐतिहासिक नियुक्ति: HUL की पहली महिला CEO
यह नियुक्ति HUL के 92 साल के इतिहास में एक मील का पत्थर है, क्योंकि प्रिया नायर कंपनी की कमान संभालने वाली पहली महिला होंगी। उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब HUL को धीमी बिक्री वृद्धि और बाजार की बढ़ती चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। रोहित जावा, जो 31 जुलाई, 2025 को अपना पद छोड़ेंगे, के कार्यकाल में कंपनी की बिक्री में अपेक्षित वृद्धि नहीं देखी गई थी। ऐसे में प्रिया नायर के कंधों पर कंपनी की बिक्री में फिर से जान फूंकने और विकास को गति देने की बड़ी जिम्मेदारी होगी।
कौन हैं प्रिया नायर?
प्रिया नायर HUL और यूनिलीवर (HUL की मूल कंपनी) में लगभग तीन दशकों से कार्यरत हैं। उन्होंने 1995 में HUL में बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी अपने करियर की शुरुआत की थी। उनका करियर ब्रांड बिल्डिंग, डिजिटल कॉमर्स और इनोवेशन के माध्यम से विभिन्न व्यवसायों को बदलने में शानदार रहा है।
वर्तमान में, वह यूनिलीवर में ब्यूटी एवं वेलबीइंग विभाग की प्रेसिडेंट हैं, जो वैश्विक स्तर पर एक विशाल व्यवसाय को संभालती हैं, जिसमें हेयर केयर, स्किनकेयर, हेल्थ सप्लीमेंट्स और प्रीमियम ब्यूटी प्रोडक्ट्स शामिल हैं। भारतीय बाजार की उनकी गहरी समझ और शानदार ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए, HUL के चेयरमैन नितिन परांजपे ने विश्वास व्यक्त किया है कि प्रिया नायर कंपनी को प्रदर्शन के अगले स्तर पर ले जाएंगी।
शेयर बाजार पर सकारात्मक प्रभाव
प्रिया नायर की नियुक्ति की खबर आते ही शुक्रवार को HUL के शेयरों में लगभग 5% की तेजी देखी गई। यह उछाल इस बात का संकेत है कि बाजार ने इस नेतृत्व परिवर्तन को सकारात्मक रूप से लिया है। निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि प्रिया नायर के अनुभव और रणनीतिक दृष्टिकोण से HUL की बिक्री में सुधार होगा और कंपनी फिर से विकास की राह पर लौटेगी।
सामने होंगी चुनौतियाँ
हालांकि, प्रिया नायर के सामने कुछ चुनौतियाँ भी होंगी। एफएमसीजी क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा लगातार बढ़ रही है और उपभोक्ता व्यवहार में भी तेजी से बदलाव आ रहा है। ग्रामीण बाजारों में कमजोरी और बढ़ती महंगाई भी कंपनी के लिए चिंता का विषय रही है। ऐसे में, प्रिया नायर को इन चुनौतियों का सामना करते हुए कंपनी के विकास को सुनिश्चित करने के लिए नई रणनीतियाँ बनानी होंगी।
यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रिया नायर अपने अनुभव और दूरदर्शिता से HUL को कैसे नई ऊंचाइयों पर ले जाती हैं और क्या वह कंपनी की बिक्री में अपेक्षित उछाल ला पाती हैं। उनकी नियुक्ति निश्चित रूप से भारतीय कॉर्पोरेट जगत में महिला नेतृत्व के लिए एक प्रेरणा है।