भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के कई हिस्सों में पूरे सप्ताह भारी बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारों की चेतावनी जारी की है। मानसून पूरे देश में सक्रिय हो गया है और इसका असर इस हफ्ते भी बरकरार रहने वाला है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है। निवासियों को संभावित व्यवधानों के प्रति सतर्क रहने और आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
कहां-कहां होगी भारी बारिश?
IMD के नवीनतम पूर्वानुमानों के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। विशेष रूप से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में शामिल हैं:
- उत्तर प्रदेश: पूर्वी और पश्चिमी यूपी के कई इलाकों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, कुशीनगर और अंबेडकर नगर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। 17 जुलाई को पूर्वांचल में कुछ स्थानों पर बहुत भारी वर्षा भी हो सकती है।
- बिहार: राज्य में मानसून पूरी तरह से सक्रिय है। दक्षिणी बिहार के गया, नवादा, शेखपुरा और जमुई में अति भारी वर्षा की चेतावनी है, जबकि पटना, नालंदा, जहानाबाद, अरवल, रोहतास और औरंगाबाद में भारी बारिश का पूर्वानुमान है। उत्तरी और पूर्वी बिहार में भी हल्की से मध्यम बारिश और वज्रपात की संभावना है। 20 जिलों को ‘येलो अलर्ट जोन’ में रखा गया है।
- राजस्थान: कई इलाकों में बारिश का दौर जारी रहेगा। कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश की भी संभावना है।
- हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड: इन पहाड़ी राज्यों में भी 15 से 17 जुलाई के दौरान भारी बारिश की संभावना है, जिससे भूस्खलन और जलभराव का खतरा बढ़ सकता है।
- अन्य राज्य: जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, विदर्भ, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और झारखंड में भी छिटपुट से लेकर भारी बारिश जारी रह सकती है। पूर्वोत्तर भारत (असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, त्रिपुरा, मणिपुर, नागालैंड) में भी 14-19 जुलाई के दौरान मूसलाधार बारिश का अलर्ट है।
दिल्ली-NCR का हाल
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के NCR क्षेत्रों में भी इस पूरे सप्ताह रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। IMD ने 19 जुलाई तक दिल्ली में आमतौर पर बादल छाए रहने, हल्की बारिश, गरज के साथ छींटे पड़ने और बिजली गिरने की संभावना जताई है। अधिकतम तापमान 32 से 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23 से 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है। हालांकि, किसी गंभीर चेतावनी की बात नहीं की गई है, लेकिन हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है, जिससे उमस से राहत मिलेगी।
क्या करें और क्या न करें:
- घर पर रहें: बहुत जरूरी न हो तो घर से बाहर निकलने से बचें।
- ट्रैफिक से बचें: जलभराव और ट्रैफिक जाम की संभावना को देखते हुए यात्रा की योजना पहले से बनाएं।
- बिजली से सावधान: गरज-चमक के दौरान पेड़ों के नीचे या खुले में रहने से बचें। बिजली गिरने की घटनाओं के प्रति सतर्क रहें।
- नदी किनारे से दूर रहें: नदियों का जलस्तर बढ़ने की संभावना है, इसलिए नदी किनारे के इलाकों में सावधानी बरतें।
- पानी जमा न होने दें: अपने आसपास पानी जमा न होने दें ताकि मच्छर जनित बीमारियों से बचा जा सके।
- सरकारी चेतावनियों पर ध्यान दें: स्थानीय मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी की गई चेतावनियों और सलाहों का पालन करें।
यह मानसून कई राज्यों के किसानों के लिए अच्छी खबर ला रहा है, लेकिन इसके साथ आने वाली संभावित आपदाओं के प्रति सचेत रहना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। सुरक्षित रहें और मौसम का आनंद लें!