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विदर्भ में मानसून का विकराल रूप: नागपुर, भंडारा, गोंदिया में अचानक बाढ़ की चेतावनी!

महाराष्ट्र का विदर्भ क्षेत्र इस मानसून में भारी बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने विदर्भ में intensifying monsoon cyclonic patterns (तीव्र होते मानसूनी चक्रवाती पैटर्न) के कारण नागपुर, भंडारा और गोंदिया जिलों के लिए अचानक बाढ़ (Flash Flood) की चेतावनी जारी की है। पिछले कुछ दिनों से जारी मूसलाधार बारिश ने इन इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है और कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं।

विदर्भ में क्यों बन रहे हैं ऐसे हालात?

IMD के अनुसार, विदर्भ क्षेत्र के ऊपर सक्रिय हुए मानसूनी चक्रवाती पैटर्न के कारण इन जिलों में अत्यधिक भारी बारिश हो रही है। इस तरह के पैटर्न से कम समय में बहुत अधिक वर्षा होती है, जिससे नदियां, नाले और जल निकाय तेजी से भर जाते हैं और अचानक बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाती है।

नागपुर की स्थिति सबसे गंभीर:

नागपुर में पिछले 24 घंटों में 200 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जिससे शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया है। कई बस्तियों में 6 से 10 फुट तक पानी जमा होने की खबरें हैं। सड़कें पानी में डूबी हुई हैं और घरों में भी पानी घुस गया है। जिले के 71 गांवों से संपर्क टूट गया है और एक युवक की मौत की भी खबर है। नागपुर के जिला कलेक्टर ने पहले ही बाढ़ जैसी स्थिति की आशंका जताई थी और स्कूलों-कॉलेजों को बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं। एनडीआरएफ (NDRF) और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्टैंडबाय पर हैं।

भंडारा और गोंदिया में भी खतरा:

नागपुर के अलावा, भंडारा और गोंदिया जिलों में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है।

  • भंडारा: मौसम विभाग ने भंडारा के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है, जिसका अर्थ है कि यहां अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना है। बावनथड़ी नदी सहित कई नदियां उफान पर हैं, जिससे बापेरा पुल जैसे कई पुल और सड़कें यातायात के लिए बंद हो गए हैं। कई ग्रामीण इलाकों का संपर्क टूट गया है और किसानों के खेतों में भी पानी घुस गया है।
  • गोंदिया: गोंदिया जिले में भी मूसलाधार बारिश ने कहर बरपाया है, जिससे शहर के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। सड़कों पर पानी भरने से यातायात बाधित हुआ है और प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है। पिछले दिनों गोंदिया में बादल फटने जैसी स्थिति की भी खबरें आई थीं।

प्रशासन की अपील और बचाव कार्य:

स्थानीय प्रशासन ने इन तीनों जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे घरों से अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें, जलभराव वाले इलाकों से बचें और नदियों व नालों के करीब न जाएं। बचाव टीमें लगातार प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं।

आगे क्या?

IMD ने अगले कुछ दिनों तक विदर्भ क्षेत्र में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने का अनुमान लगाया है। इसलिए नागरिकों को बेहद सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने की सलाह दी गई है। राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं और सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं। यह मानसून विदर्भ के लिए एक गंभीर चुनौती पेश कर रहा है, और उम्मीद है कि सभी सुरक्षित रहेंगे।


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