हर साल सावन के पवित्र महीने में होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर देश भर में उत्साह का माहौल रहता है। शिवभक्त हजारों किलोमीटर की पैदल यात्रा कर गंगाजल लेकर आते हैं और भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं। इस बार, दिल्ली में कांवड़ यात्रियों के स्वागत के लिए जो तैयारियां की जा रही हैं, वह अपने आप में बेहद खास हैं। दिल्ली सरकार, खासकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और कार्यकर्ता, जिस तरह से कांवड़ियों के लिए ‘लाल कालीन’ बिछा रहे हैं, उसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘मेहमाननवाजी’ से प्रेरित बताया जा रहा है।
स्वागत की भव्य तैयारियां:
दिल्ली सरकार ने कांवड़ यात्रियों के लिए कई विशेष इंतजाम किए हैं, जिनका उद्देश्य उनकी यात्रा को सुगम और आरामदायक बनाना है:
- फूलों के गेट और स्वागत द्वार: दिल्ली की सीमाओं और प्रमुख कांवड़ मार्गों पर भव्य फूलों के गेट बनाए जा रहे हैं। इन स्वागत द्वारों से गुजरते हुए कांवड़ियों को एक विशेष सम्मान का अनुभव होगा। कई जगहों पर श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की भी तैयारी की जा रही है, जो उनकी भक्ति के प्रति सम्मान का प्रतीक है।
- कांवड़ शिविर (कैंप): यात्रा मार्ग पर जगह-जगह कांवड़ शिविर लगाए जा रहे हैं। इन शिविरों में कांवड़ियों के ठहरने, आराम करने, और भोजन-पानी की व्यवस्था की जा रही है। पिछली बार के मुकाबले इस बार 374 शिविरों को मंजूरी दी गई है, जो पिछले साल के 170 शिविरों से काफी ज्यादा है।
- मुफ्त बिजली: दिल्ली सरकार प्रत्येक कांवड़ शिविर को 1200 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान कर रही है। यह व्यवस्था आयोजकों के लिए बड़ी राहत है और कांवड़ियों को गर्मी से बचाने में मदद करेगी।
- वित्तीय सहायता: कांवड़ सेवा समितियों को 50,000 रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता भी दी जा रही है। इसका 50% हिस्सा पहले ही जारी किया जा रहा है ताकि तैयारियों में कोई कमी न रहे। यह राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से सीधे समितियों के बैंक खातों में भेजी जा रही है।
- स्वच्छता और सुरक्षा: यात्रा मार्गों पर विशेष रूप से साफ-सफाई का ध्यान रखा जा रहा है। पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिसमें सीसीटीवी निगरानी और पुलिसकर्मियों की तैनाती शामिल है। महिला कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए महिला पुलिसकर्मी भी तैनात की जा रही हैं।
- मांस की दुकानों पर प्रतिबंध: कांवड़ यात्रा के दौरान, श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए, यात्रा मार्गों पर मांस और बिरयानी की दुकानों को बंद करने का निर्णय भी लिया गया है। बीजेपी विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने खुद अपने क्षेत्रों में ऐसी दुकानों को बंद करवाया है।
योगी-स्टाइल मेहमाननवाजी की झलक:
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कांवड़ यात्रा को हमेशा विशेष महत्व दिया जाता रहा है। वहां भी कांवड़ियों के लिए व्यापक इंतजाम किए जाते हैं, जिसमें हवाई सर्वेक्षण, स्वास्थ्य शिविर, और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम शामिल हैं। दिल्ली में भी इसी तरह की प्रतिबद्धता देखने को मिल रही है, जिससे कांवड़ यात्रियों में खुशी का माहौल है।
यह पहल धार्मिक सद्भाव और भक्ति के सम्मान का एक मजबूत संदेश देती है। दिल्ली सरकार का यह कदम न केवल कांवड़ यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करेगा, बल्कि इससे दिल्ली में एक सकारात्मक और समावेशी माहौल भी बनेगा। यह दिखाता है कि कैसे सरकारें धार्मिक आयोजनों को सुगम बनाने और नागरिकों की आस्था का सम्मान करने के लिए प्रयासरत हैं।