एक हालिया विमान दुर्घटना के बाद, एयर इंडिया ने सुरक्षा मानकों को मजबूत करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। एयरलाइन ने घोषणा की है कि वह 15 जुलाई तक अपनी 38 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द या उनकी संख्या में कटौती करेगी। यह फैसला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और परिचालन दक्षता बढ़ाने के लिए किए जा रहे व्यापक सुरक्षा ओवरहाल का हिस्सा है।
क्या हुआ है?
अहमदाबाद में हाल ही में एयर इंडिया की एक फ्लाइट AI-171 के दुखद दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद, एयरलाइन ने अपने बोइंग 787 और बोइंग 777 विमानों के बेड़े पर अतिरिक्त सुरक्षा जांच शुरू कर दी है। इन जांचों के कारण विमानों की उपलब्धता कम हो गई है, जिससे उड़ानों में कटौती आवश्यक हो गई है। इसके अतिरिक्त, मध्य पूर्व में चल रहे हवाई क्षेत्र बंद होने और कुछ यूरोपीय और पूर्वी एशियाई हवाई अड्डों पर रात के समय प्रतिबंधों ने भी उड़ानों के समय को बढ़ा दिया है, जिससे परिचालन संबंधी चुनौतियाँ बढ़ गई हैं।
किन उड़ानों पर पड़ा है असर?
एयर इंडिया ने 21 जून, 2025 से 15 जुलाई, 2025 तक तीन अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है:
- दिल्ली-नैरोबी (AI961/962): प्रति सप्ताह 4 उड़ानें
- अमृतसर-लंदन गैटविक (AI169/170): प्रति सप्ताह 3 उड़ानें
- गोवा (मोपा)-लंदन गैटविक (AI145/146): प्रति सप्ताह 3 उड़ानें
इनके अलावा, उत्तरी अमेरिका, यूरोप, सुदूर पूर्व और ऑस्ट्रेलिया के लिए कई लंबी दूरी की उड़ानों की आवृत्ति में भी कमी की गई है। प्रभावित प्रमुख मार्गों में शामिल हैं:
उत्तरी अमेरिका:
- दिल्ली-टोरंटो
- दिल्ली-वैंकूवर
- दिल्ली-सैन फ्रांसिस्को
- दिल्ली-शिकागो
- दिल्ली-वाशिंगटन डलेस
यूरोप:
- दिल्ली-लंदन हीथ्रो
- बेंगलुरु-लंदन हीथ्रो
- अमृतसर-बर्मिंघम
- दिल्ली-पेरिस
- दिल्ली-मिलान
- दिल्ली-कोपेनहेगन
- दिल्ली-वियना
- दिल्ली-एम्स्टर्डम
ऑस्ट्रेलिया:
- दिल्ली-मेलबर्न
- दिल्ली-सिडनी
सुदूर पूर्व:
- दिल्ली-टोक्यो (हानेडा)
- दिल्ली-सियोल (इंचियोन)
यात्रियों के लिए क्या करें?
एयर इंडिया ने प्रभावित यात्रियों से खेद व्यक्त किया है और उन्हें वैकल्पिक उड़ानों में समायोजित करने, बिना किसी शुल्क के यात्रा पुनर्निर्धारित करने, या पूर्ण रिफंड का विकल्प देने की पेशकश की है। एयरलाइन का कहना है कि वह यात्रियों को अग्रिम रूप से सूचित कर रही है और उन्हें हुई असुविधा को कम करने का प्रयास कर रही है।
सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
एयर इंडिया ने दोहराया है कि यात्रियों, चालक दल और विमान की सुरक्षा उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इन अस्थायी कटौती का उद्देश्य परिचालन स्थिरता को बहाल करना, दक्षता बढ़ाना और अंतिम समय में होने वाली असुविधा को कम करना है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी विमान उड़ान भरने के लिए पूरी तरह सुरक्षित हैं, गहन सुरक्षा जांच जारी रहेगी।
यह स्पष्ट है कि एयर इंडिया वर्तमान चुनौतियों से निपटने और यात्रियों का विश्वास फिर से हासिल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उम्मीद है कि इन सुरक्षा उपायों से भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सकेगा और यात्रियों को सुरक्षित व विश्वसनीय यात्रा अनुभव मिल सकेगा। यात्रा की योजना बनाने से पहले एयर इंडिया की वेबसाइट या ग्राहक सेवा से अपनी उड़ान की स्थिति की जांच करना उचित होगा।