राजधानी दिल्ली में एक बार फिर स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकियों का सिलसिला शुरू हो गया है, जिससे अभिभावकों और स्कूल प्रशासन में दहशत का माहौल है। देक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, आज (बुधवार, 16 जुलाई 2025) पांच और दिल्ली के स्कूलों को ईमेल के जरिए बम की धमकी मिली है, जिसके बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यह लगातार तीसरा दिन है जब राष्ट्रीय राजधानी के शैक्षणिक संस्थानों को इस तरह की धमकियां मिल रही हैं।
किन स्कूलों को मिली धमकी?
आज जिन स्कूलों को धमकी मिली है, उनमें द्वारका स्थित सेंट थॉमस स्कूल और वसंत कुंज स्थित वसंत वैली स्कूल शामिल हैं। इनके अलावा, रिचमंड ग्लोबल स्कूल (पश्चिम विहार), मदर इंटरनेशनल स्कूल (हौज खास), और सरदार पटेल विद्यालय को भी धमकी भरे ईमेल मिले हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि सेंट थॉमस स्कूल को 24 घंटे से भी कम समय में यह दूसरी बार धमकी मिली है।
क्या हुआ और कैसे हुई कार्रवाई?
धमकी भरे ईमेल मिलने के तुरंत बाद, स्कूल प्रशासन ने दिल्ली पुलिस को सूचित किया। दिल्ली पुलिस, बम निरोधक दस्ता (बम स्क्वॉड), डॉग स्क्वॉड, दिल्ली फायर ब्रिगेड और साइबर विशेषज्ञों की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। एहतियात के तौर पर स्कूलों को खाली कराया गया और छात्रों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। हालांकि, सघन तलाशी के बाद अभी तक किसी भी स्कूल से कोई संदिग्ध वस्तु या विस्फोटक बरामद नहीं हुआ है।
लगातार मिल रही धमकियां – चिंता का विषय
यह लगातार तीसरा दिन है जब दिल्ली के स्कूलों को इस तरह की धमकियां मिल रही हैं।
- सोमवार (14 जुलाई): चाणक्यपुरी स्थित नेवी स्कूल, द्वारका स्थित सीआरपीएफ स्कूल और रोहिणी के एक स्कूल को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली थी।
- मंगलवार (15 जुलाई): सेंट थॉमस स्कूल (द्वारका) और दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज को इसी तरह की धमकी मिली।
- बुधवार (16 जुलाई): आज पांच और स्कूलों को निशाना बनाया गया।
इन सभी मामलों में धमकियां फर्जी साबित हुई हैं, लेकिन इसने दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है।
पुलिस और साइबर सेल की जांच
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल इन धमकी भरे ईमेल के स्रोत का पता लगाने में जुटी हुई है। पिछली बार (मई 2024 में) जब दिल्ली-एनसीआर के 150 से अधिक स्कूलों को ऐसी धमकियां मिली थीं, तो जांच में पता चला था कि ईमेल रूस के एक सर्वर से आए थे और वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का इस्तेमाल करके भेजे गए थे, जिससे भेजने वाले की पहचान करना मुश्किल हो गया था। कुछ ईमेल में “रोडकिल” और “बेंजी” जैसे नाम भी सामने आए हैं, जो फिक्शन या ऑनलाइन संदर्भों से जुड़े हो सकते हैं।
अभिभावकों की चिंता और राजनीतिक प्रतिक्रिया
इन लगातार मिल रही धमकियों से अभिभावक बेहद चिंतित हैं। कई स्कूलों ने एहतियातन बच्चों को घर भेज दिया है, जिससे अभिभावकों में अफरा-तफरी का माहौल है। आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने दिल्ली की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है।
आगे क्या?
दिल्ली पुलिस ने स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी है और हर धमकी को गंभीरता से ले रही है। हालांकि, इन धमकियों के पीछे का मकसद अभी भी स्पष्ट नहीं है। क्या यह किसी शरारती तत्व का काम है, या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश है? पुलिस इन सवालों के जवाब खोजने में लगी है।
फिलहाल, सभी को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना देने की सलाह दी जाती है। उम्मीद है कि दिल्ली पुलिस जल्द ही इन धमकियों के पीछे के मास्टरमाइंड तक पहुंचने में सफल होगी और बच्चों व नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित कर पाएगी।