प्रस्तावना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 जुलाई 2025 को अपने दस साल के कार्यकाल की सबसे लंबी विदेश यात्रा शुरू की है। इस दौरे में वह घाना, त्रिनिडाड एंड टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राज़ील (जहां वे BRICS सम्मेलन में भाग लेंगे) और नामीबिया का दौरा करेंगे। यह यात्रा भारत के अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक एजेंडे के लिए मील का पत्थर मानी जा रही है।
यात्रा के प्रमुख उद्देश्य
इस यात्रा का मुख्य फोकस व्यापार, ऊर्जा, निवेश और बहुपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है। पीएम मोदी हर देश में उच्च स्तरीय बैठकें करेंगे, जिससे भारत को नए व्यापारिक अवसर मिल सकते हैं और वैश्विक मंच पर देश की मौजूदगी और मजबूत होगी।
BRICS सम्मेलन और भारत
ब्राज़ील में होने वाले BRICS सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति महत्वपूर्ण है। BRICS देशों के साथ भारत की साझेदारी को और मजबूत करने, वैश्विक दक्षिण के मुद्दों पर चर्चा करने और आर्थिक सहयोग बढ़ाने का यह बड़ा मौका है।
अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में भारत
घाना और नामीबिया जैसे अफ्रीकी देशों के साथ पीएम मोदी की मुलाकातें भारत की ‘साउथ-साउथ कोऑपरेशन’ नीति को आगे बढ़ाएंगी। वहीं, त्रिनिडाड एंड टोबैगो और अर्जेंटीना में भारतीय मूल के लोगों से संवाद, भारत की सांस्कृतिक छवि को मजबूत करेगा।
निष्कर्ष
यह यात्रा दर्शाती है कि भारत अब सिर्फ एशिया ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान और प्रभाव बढ़ा रहा है। उम्मीद है कि इस यात्रा के बाद भारत को व्यापार, निवेश और रणनीतिक क्षेत्रों में कई नए लाभ मिलेंगे और भारत की विदेश नीति को नई दिशा मिलेगी।